आजादी के बाद पहली बार कोई प्रधानमंत्री UN में सख्त लहजे में बोला है-मुकीम कुरैशी
आज़ादी के बाद पहला अवसर है जो भारत का कोई pm इतने सख्त लहज़े में un में बोला हो वो भी un की जो परम्परा या रूल्स and रेगुलेशन पर प्रश्नचिन्ह लगाया हो, भारत एक विश्व का बड़ा देश है और जिन देशों को वीटो पावर मिली है वो भारत से बहुत छोटे है किया कारण है इससे पहले ये un में सवाल किओं नहीं उठा, किओंकी पहले जो pm थे उनमें राष्टवाद और देश के लिए कुछ करने की दुरुढ़ इच्छा शक्ति नहीं थी,ये मानीय मोदी जी है जो हर जगह देश को सर्वोपरि रखते है un की जो 6 प्रमुख body है इन सब मे भारत अभी तक स्थाई सदस्य नहीं है जबकि दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र भारत मे है जहाँ विश्व की 18 प्रतिशत से ज़्यादा जनसंख्या है,फिर भी हम un में कहा है हमे जो अधिकार मिलने चाहिए थे वो नहीं मिले कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में भी un का क्या रोल रहा सबने देखा अब ज़रूरत है un की प्रतिक्रियाओं में बदलाव हो ये समय की मांग हैun को इसपर गंभीरता से विचार करना चाहिए, इसके लिए में,मानीय परधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का पूरे भारत की जनता और ज़िला चाँदनी चौक मुकीम क़ुरैशी