गोशाला के नाम पर लाखों का बजट फिर भी सड़कों पर भूखे मवेशी
सफेद हाथी बन कर रह गई पंचायतों में बनी गौशाला
गजेंद्र सिंह तोमर की ग्रामीण रिपोर्ट
मऊरानीपुर में योगी सरकार बनने के बाद गायों की सुरक्षा व्यवस्था और उनकी देखभाल के लिए सरकार द्वारा कई फैसले लिए गए थे ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों में गौशाला बनवाने के लिए खूब बजट आया गौशाला भी बनवाई गई और इन सब की निगरानी हेतु अलग से बजट और आयोग का गठन भी किया गया लेकिन मवेशियों को भरा क्षेत्र खिला रहा हैं भरा देवरी पुरवा आदि ऐसे गाव हैं जहां गौशाला नहीं बनवाई गई जिसकी वजह से किसान रात दिन खेतों की रखवाली कर रहा है लेकिन हाल उन ग्रामीणों का भी सही नहीं है जहां गौशाला का निर्माण हो चुका है लेकिन बावजूद अभी स्थिति जहां थी वही है गाय और छोटे-छोटे गोवंश रोज सड़कों पर घूमते रहते हैं आपको बता दें विकासखंड मऊरानीपुर के अंतर्गत आने वाले खिलाया बड़ा घाट कोटरा कदौरा बमोरी सोहागी पठा ढकवारा आदि तमाम पंचायतों में तहसीलों की संख्या में आवारा गाय सड़कों पर भृमण करती दिखाई दे रही एवं यही हाल तमाम ग्रामीणों के बीचो-बीच निकले जनपद को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग मुख्य सड़कों का है जिस पर रोजाना सड़कों की जनसंख्या में गाय भ्रमण करती रहती हैंजिससे सैकड़ों राहगीर गंभीर रूप से घायल हो जाते हैं अब सवाल है कि इतना बजट आने के बाद भी गौशाला में ना होकर सड़कों पर गाये सड़क पर भूखी प्यासी फिरती रहती हैं ग्रामीणों ने अधिकारियों से निरीक्षण करने की मांग की और इमानदारी से इन पर कार्रवाई करने की भी मांग की
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