गुरु नानक साहिब: एक क्रांतिकारी और समाज सुधारक,WSCC टीम आप सभी को गुरु नानक साहिब जी के 552वें प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती है
गुरु नानक साहिब: एक क्रांतिकारी और समाज सुधारक,WSCC टीम आप सभी को गुरु नानक साहिब जी के 552वें प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देती है
आज सिखों के पहले गुरु, गुरु नानक साहिब जी की 552वीं जयंती है।
वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक और अध्यक्ष डॉ. परमीत सिंह चड्ढा की और से सभी को गुरुपुरब की बहुत-बहुत बधाई और विष्व शान्ति की कामना।
आज, गुरुपुरब, जिसे गुरु नानक जयंती के रूप में भी जाना जाता है, दुनिया के विभिन्न हिस्सों में मनाया जा रहा है। गुरु नानक जयंती या गुरुपुरब महत्वपूर्ण सिख त्योहारों में से एक है। यह सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक साहिब जी की जयंती है।
डॉ. चड्ढा ने टिप्पणी की "एक जातिविहीन और वर्गहीन समाज की नींव रखना, जो समतावादी और लोकतांत्रिक था, एक क्रांतिकारी कदम है। यह भी सच है कि गुरु नानक एक महान सुधारक थे जिन्होंने भारतीय समाज को कई बुराइयों और अंधविश्वासी प्रथाएं से छुटकारा दिलाने का प्रयास किया था।इस प्रकार गुरु नानक एक "क्रांतिकारी और सुधारक दोनों थे और दोनों के होने में कुछ भी अप्राकृतिक या विरोधाभासी नहीं है"।
उनका जन्म पाकिस्तान के तलवंडी क्षेत्र में हुआ था। हिंदू कैलेंडर के अनुसार, गुरु नानक साहिब का जन्म 1469 में कार्तिक माह की पूर्णमाशी को हुआ था। इस वर्ष यह तिथि 19 नवंबर को पड़ रही है।
गुरु नानक साहब ने सिख नैतिकता और जीवन के तरीके के तहत तीन स्तंभ दिए: नाम जपना, किरत करना और वंद छकाना ।
डब्ल्यूएससीसी के सभी सदस्यों की ओर से हम सभी को गुरु नानक देव जी के जन्मोत्सव की शुभकामनाएं देते हैं।
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