डॉ ज्योति कपूर,सीनियर साइकेट्रिस्ट एवं फाउंडर,मन:स्थली पढिये इस पूरी रिपोर्ट में


डॉ ज्योति कपूर,सीनियर साइकेट्रिस्ट एवं फाउंडर,मन:स्थली पढिये इस पूरी रिपोर्ट में 


हम बचपन से ही एक कहावत सुनते आ रहे है कि जहा दो बर्तन होते है , वहां  आवाज़ भी होती है। लेकिन यह बात तो सच ही है कि  जहां प्यार होता है वह पर छोटी छोटी टकरार भी होती है और यह जरूरी भी है।   लेकिन यह टकरार  एक सीमा में रहकर हो तो ज्यादा अच्छा ताकि ग़लतफ़हमी भी दूर हो जाये और आपका रिश्ता और मज़बूत हो।  आमतौर पर यह देखा गया है कि कभी कभी छोटी सी बात से शुरू होकर झगड़े की नौबत यहाँ तक आ जाती है कि पति पत्नी एक दूसरे से बात भी नहीं करते और एक दूसरे का चेहरा भी देखना पसंद नहीं करते।  अगर आपकी लाइफ में भी यही समस्या है तो उसे समय रहते सुलझा ले ताकि आगे जाके वो एक बड़ा मुद्दा न बन जाये।  

अगर आप भी टकरार  वाली हालत से गुजर रहे है तो कुछ बातो का खास ध्यान रखे -



1- बात करने की कोशिश करें. 

कई बार जब पति पत्नी में झगड़ा होता है तो दोनों एक दूसरे से यही उम्मीद करते है कि उनका साथी उनसे बात करने की शुरुआत करेगा और यह जरूरी भी है।  ऐसे समय में कभी भी अपने ईगो को साथ ना रखे,  उसको  किनारे करते हुए अपने साथी से बात करने की कोशिश करे।   हो सकता है आपका साथी शुरू शुरू में आपको इग्नोर कर देगा,थोड़े से नखरे होंगे मगर बात जरूर होगी।  अपने साथी से बात करे और मामले को जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश करे।  


2- अचानक से प्यार की बौछार ना करे। 

अगर दोनों में से कोई भी झगड़ा खत्म करना चाहता है तो अचानक से प्यार की बौछार ना करे।  वरना आपके साथी को लगेगा कि आप उनकी बात को नज़रअंदाज़ कर रहे हो और आपको उसकी कोई क़द्र नहीं है।  


3- अपनी भाषा और कमेंट पर कंट्रोल रखें।  

कहते है कि जीभ में हड्डी नहीं होती मगर यह छोटी सी यह  जुबान बड़े बड़े महाभारत करा देती है।  जब भी आपकी अपने साथी से कोई भी अनबन हो तो उसको सुलझाते समय अपने जुबान और अपनी भाषा दोनों पर नियंत्रण होना चाहिए। वरना पता चले कि झगड़ा सुलझाने की बजाये और उलझ गया है।  कोई बार हमारी द्वारा कही छोटी सी कमेंट भी आग में घी का काम कर देती है।  कभी भी अपने साथी को उसके रंग , बॉडी साइज , कलर पर कमेंट नहीं करना चाहिए बल्कि इन डायरेक्ट तरीके से उससे बताने और ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए।   


4- एक दूसरे के घर वालों को बीच में ना लाएं।  

जिस बात पर अनबन हुई है, अपने साथी से उस पर बात करे और उससे सुलझाने की कोशिश करे।  एक दूसरे के घरवालों को निशाना बनाते हुए कोई बात ना करे।  इससे बात सुलझने के बजाय और उलझ सकती है क्युकी कोई भी अपने घरवालों के खिलाफ कुछ नहीं सुन सकता।  ऐसे में दोनों को अपने आप पर नियंत्रण होना चाहिए।  


5- कुछ गलतियां दोबारा ना दोहराए

a- एक मुद्दे को दूसरे से ना जोड़े।  

b- अगर पहले किसी बात को लेकर अनबन हुई है तो उसका जिक्र दुबारा ना करे। 

c-  अगर दोनों में से किसी एक से गलती हुई है तो बात बढ़ाने की जगह माफ़ी मांग ले। 

d- बात को ना खींचे और शांत दिमाग से सोचे।

Comments

Popular posts from this blog

भूपेंद्र सिंह बजरंग सेना के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व सुषमा शर्मा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष महिलामोर्चा नियुक्त

एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटी ऑफ इंडिया के बैनर तले आयोजित ग्रांड समिट में 50 से अधिक कंपनियों ने रखी केंद्र सरकार से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए नियम बनाने की मांग। मनोज तिवारी रहे मौजूद

जब कान भरने वाले घरों में दुबके थे, तब काम करने वाले ने काम कर दिया : जीके