SADD के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने क्यो कहा गुरुद्वारों के फंड का दुष्प्रयोग हो बंद। किसान प्रदर्शन की आड़ में,बादल ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे। देखिये इस पूरी रिपोर्ट में


SADD के महासचिव हरविंदर सिंह सरना ने क्यो कहा गुरुद्वारों के फंड का दुष्प्रयोग हो बंद। किसान प्रदर्शन की आड़ में,बादल ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे। देखिये इस पूरी रिपोर्ट में 


दिल्ली बृजेश कुमार


नई दिल्ली ( 17 सितम्बर,2021) : बादल पार्टी गुरुद्वारों के फंड को अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए दुष्प्रयोग करना बंद करें। सुखबीर बादल एंड कंपनी को अपनी डूबती नैया दिख रही है। जिसको बचाने के लिए यह नेता किसान हितैषी होने का नाटक कर रहे है। उपयुक्त बातें ,शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के महासचिव और दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के पूर्व प्रधान हरविंदर सिंह सरना ने कही। 


जानकारी हो कि, हरविंदर सिंह सरना ने अभी हाल ही में सम्पन्न डीएसजीएमसी चुनावों में मनजिंदर सिंह सिरसा को करारी शिकस्त दिया था।

" बादलों के प्रबंधन के नीचे लगातार सिख मर्यादाओं का उल्लंघन हो रहा है। केशगढ़ की घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया है। जिसका जवाब संगत माँग रही है। एसजीपीसी और डीएसजीएमसी की हालात खस्ता है। भृष्टाचार चरम पर है। गुरूद्वारों के फंड को बादल अपने राजीतिक एजेंडे पर उड़ा रहे है। उनको किसान प्रदर्शन की आड़ में नाटक करने की जरूरत नही है। "


शिअदद महासचिव का मनना है कि सुखबीर बादल इन प्रदशर्न की आड़ में उनके खिलाफ लंबित गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए कर रहे है। 


"एक समय था जब बड़े अकाली नेता सरदार हरचंद सिंह लोंगवाल के एक आह्वाहन पर , 265000 सिक्खो ने धर्म युद्ध मोर्चा में अपनी गिरफ्तारी दी थी। 

1950 के दशक में, मास्टर तारा सिंह के आह्वाहन पर 50,000 से अधिक सिखो ने गिरफ्तारी दी थी। लेकिन आज अकाली का पवित्र नाम इन तथाकथित माफियाओं की वजह से धूमिल है। सिख पंथ को इन ढोंगियों की जरूरत नही है। हम अपना वर्तमान और भविष्य निर्धारित करने में पूर्ण सक्षम है।"


डीएसजीएमसी के नवनियुक्त सदस्य, सरना ने विरोधियों को आड़े हाथों लेते हुए यह बयान जारी किए।

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