एआईसीटीई 11 अप्रैल को महिला सशक्तिकरण की थीम पर लीलावती पुरस्कार प्रदान करेगा

 


एआईसीटीई 11 अप्रैल को महिला सशक्तिकरण की थीम पर लीलावती पुरस्कार  प्रदान करेगा


एआईसीटीई के लीलावती पुरस्कार के विजेताओं को 1,00,000 रुपये मिलेंगे


एआईसीटीई का लीलावती पुरस्कार महिला सशक्तिकरण की थीम के तहत प्रदान किया जाएगा


09 अप्रैल, नई दिल्ली:  अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की ओर से एआईसीटीई का लीलावती पुरस्कार 11 अप्रैल 2021 को प्रदान किया जाएगा। यह पुरस्कार समारोह नई दिल्ली में वसंतकुंज स्थित एआईसीटीई के ऑडिटोरियम में 4 बजे शाम से आयोजित किया जाएगा। इस समारोह में माननीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और माननीय कपड़ा मंत्री तथा महिला और बाल कल्याण मंत्री श्रीमती स्मृति ज़ुबिन ईरानी, विजेताओं को सम्मानित करेंगे।


एआईसीटीई का लीलावती पुरस्कार  महिला सशक्तिकरण की थीम पर आधारित है। जो प्रतियोगी इस पुरस्कार को प्राप्त करने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं, उन्होंने अपने कार्य का विस्तृत विवरण फोटो और शॉर्ट विडियो क्लिप्स के साथ ऑनलाइन  पोर्टल  पर  अप्लाई किया है। इन फोटो और विडिपो क्लिप्स में प्रतियोगी अपने कार्यों का प्रदर्शन विभिन्न श्रेणियों जैसे आत्मरक्षा, महिला स्वास्थ्य, सेनिटेशन और हाईजीन,  साक्षरता, महिला सशक्तिकरण और कानूनी जागरूकता के तहत दिया है।


एआईसीटीई के अधिकारियों ने यह खुलासा किया कि इस पुरस्कार के लिए कुल 456 प्रविष्टियां प्राप्त हुई। इनमें से 6 उपश्रेणियों में 25 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों का चयन इस क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञों ने किया ।  


एआईसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा, “एआईसीटीई लीलावती पुरस्कार में महिला सशक्तिकरण की ओवरऑल थीम के तहत उन प्रतियोगियों को पुरस्कार प्रदान किया जाएगा, जिन्होंने अपने उल्लेखनीय कार्यों से सफलतापूर्वक दुनिया को रूबरू कराया है। मैं बहुत खुश भी हूं कि माननीय कैबिनेट मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक और श्रीमती स्मृति ईरानी अपने व्यस्त शेड्यूल से समय निकालकर इस पुरस्कार समारोह में शामिल होने के लिए सहमत हुए हैं।“ 


एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. एम.पी. पूनिया ने कहा कि इस तरह की पहल से देश में महिलाओं को सशक्त किया जा सकता है। इससे लैंगिक समानता के साथ बेहतर भारत का मार्ग प्रशस्त किया गया है।


एआईसीटीई के उपाध्यक्ष पूनिया ने कहा, “महिला सशक्तिकरण सुनिश्चित करना देश के बेहतर भविष्य के लिए बहुत जरूरी है। एआईसीटीई की ओर से लीलावती अवॉर्ड जैसी पहल देश में महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रयासों को तेजी से आगे बढ़ा सकती है। इस तरह की पहल से एआईसीटीई का लक्ष्य लड़कियों, किशोरों और महिलाओं की अच्छी देखरेख सुनिश्चित करना है। इसके साथ ही उनका लक्ष्य लैंगिक समानता पर जागरूकता कायम रखकर उनके विकास पर ध्यान देना है।“  


एआईसीटीई के सदस्य सचिव प्रोफेसर राजीव कुमार ने कहा कि एआईसीटीई का लीलावती अवॉर्ड लैंगिक समानता के विचार को बढ़ावा देने और अमल में लाने के लिए दिया जा रहा है। 

 

राजीव कुमार ने यह भी कहा, “एआईसीटीई लीलावती अवॉर्ड से उन टीमों को सम्मानित करेगी, जिन्होंने पारंपरिक भारतीय मूल्यों का इस्तेमाल कर  साफ-सफाई, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पोषण को बढ़ावा दिया। इस तरह की पहल देश में महिलाओं के लिए आगे आने का मार्ग भी प्रशस्त करेगी।“


एआईसीटीई का लीलावती पुरस्कार जीतने वाली टीम को 1 लाख रुपये का नकद पुरस्कार मिलेगा। इसमें फर्स्ट रनर अप को 75 हजार रुपये और सेकेंड रनर अप को 50 हजार रुपये का पुरस्कार मिलेगा।

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