MediBuddy ने 40 मिलियन डॉलर का सीरीज बी राउंड बंद किया, डिजिटल हेल्थकेयर के क्षेत्र में यह फंडिंग का सबसे बड़ा राउंड

 



# MediBuddy को भारत के नंबर 1 डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म के रूप में स्थापित किया


दिल्ली, 4 फरवरी 2021 : भारत के प्रमुख डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म MediBuddy ने 40

मिलियन डॉलर के फंडिंग के सीरीज बी राउंड को बंद करने की घोषणा की। हाल में ही इंडिया

लाइफ साइंसेज फंड III, एलएलसी और दूसरे निवेशकों की भागीदारी से MediBuddy में 20

मिलियन डॉलर के निवेश  किया गया। इससे पहले डिजिटल हेल्थकेयर प्लेटफॉर्म, MediBuddy, ने

जून 2020 में प्रारंभिक राउंड में 20 मिलियन डॉलर(150 करोड़ रुपये) की फंडिंग की घोषणा की

थी। MediBuddy का नेतृत्व सहसंस्थापक, श्री सतीश कन्नन और श्री एनबेसकर क्रमश:  सीईओ

और सीटीओ के रूप में कर रहे हैं।


कोरोना वायरस जैसी महामारी के प्रकोप के बाद लोगों ने काफी तेजी से डिजिटल हेल्थकेयर की

सुविधा अपनाई है। इस बदलाव में MediBuddy  सबसे आगे है। आज की तारीख तक 3 करोड़ से

ज्यादा भारतीयों ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सातों दिन 24 घंटे स्पेशलिस्ट डॉक्टरों तक पहुंचने के

लिए MediBuddy के  मोबाइल और वेब प्लेटफॉर्म का प्रयोग किया है। उन्होंने इस प्लेटफॉर्म पर

दवाओं के ऑर्डर दिए हैं। लैब में टेस्टिंग के लिए घर से सैंपल लेने के लिए बुकिंग कराई है। इसके

अलावा भारत में कई फॉर्च्यून 500 कंपनियों ने अपने पसंदीदा डिजिटल पार्टनर के रूप में

MediBuddy  को डिजिटल हेल्थ केयर पार्टनर के रूप में प्राथमिकता दी है, जिससे इन कंपनियों के

कर्मचारियों को स्वास्थ्य संबंधी कई लाभ लेने में मदद मिल सके।


जून 2020 में डिजिटल हेल्थकेयर इंडस्ट्री में मार्केट में नेतृत्व की भूमिका में आने के लिए

डॉक्सऐप का (डॉक्टरों से ऑनलाइन सलाह-मशविरा लेने के लिए प्रमुख प्लेटफॉर्म) MediBuddy. में

विलय कर दिया गया। अब MediBuddy और डॉक्स ऐप मिलकर एक ही सिंगल ब्रैंड नेम

MediBuddy. के तहत अपनी गतिविधियों का संचालन कर रहे हैं।

MediBuddy के सहसंस्थापक और सीईओ श्री सतीश कन्नन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते

हुए कहा, “MediBuddy में हम देश भर में रहने वाले भारतीयों को उच्च कर्वॉलिटी की बेहतर

स्वास्थ्य सुविधाएं देने की प्रयास कर रहे हैं। किसी भी दिन किसी प्रमुख ऑफलाइन हॉस्पिटल चेन

की तुलना में हम ज्यादा मरीजों को डॉक्टरों से ऑनलाइन सलाह मशविरा करने की सुविधा देते

हैं। इसके अलावा हमें इस बात का गर्व है कि हमारे प्लेटफॉर्म को इस्तेमाल करने वाले 50 फीसदी

से ज्यादा यूजर्स गैर शहरी क्षेत्रों, गांवों या कस्बों से हैं।“


श्री कन्नन ने कहा कि महामारी के प्रकोप के कारण दुनिया भर में फैली अनिश्चितता के बीच

MediBuddy के प्लेटफॉर्म ने अपने सीरीज बी राउंड में निवेशकों का ध्यान सबसे ज्यादा आकर्षित

करने की जबर्दस्त क्षमता का प्रदर्शन किया है। निवेशकों के आकर्षण के चलते MediBuddy को

महामारी की शुरुआत के समय डिजिटल हेल्थकेयर के क्षेत्र में सबसे ज्यादा फंड एकत्र करने में

मदद मिली है। उन्होंने कहा कि सीरीज बी राउंड ने कई नए निवेशकों को आकर्षित किया है,

जिसमें इंडिया लाइफ साइंसेज फंड III, एलएलसी, टीमफंड एलपी, जेएएफसीओ एशिया फंड,

फिनसाइट वेंचर्स, एएलईएस ग्लोबल जापान और बियोंड नेक्सट वेंचर्स  शामिल है। इसके अलावा

मौजूदा निवेशकों ने भी इस राउंड में भाग लिया, जिसमें बैसेमेर वेंचर्स पार्टनर्स. मिलिवेज़ वेंचर्स

और रिब्राइट पार्टनर्स शामिल हैं।

बैसेमेर वेंचर्स पार्टनर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक श्री विशाल गुप्ता ने कहा,  “हम प्रारंभिक दिनों से

ही सतीश और एनबा के सफर का हिस्सा बनकर अपने को सौभाग्यशाली महसूस कर रहे हैं।

मजबूत साझीदार के रूप में हम उन्हें अपना सहयोग देते रहेंगे। वह ज्यादा से ज्यादा भारतीयों को

बेहतरीन क्वॉलिटी की स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच हासिल करने में सक्षम बनाने के लक्ष्य को

हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं।“

फिनसाइट वेंचर्स के वेंचर पार्टनर श्री विकुल गोयल ने कहा, “भारत  में टेलीमेडिसिन का काफी तेज

रफ्तार से विकास हो रहा है। महामारी ने स्वास्थ्य सेवाओं को ऑनलाइन मुहैया कराने की

अहमियत लोगों को ज्यादा बेहतर ढंग से समझाई है। अगर पैमाने, आकार और उपभोक्ताओं की

संख्या के संदर्भ में बात की जाए तो डिजिटल हेल्थकेयर के क्षेत्र में MediBuddy एक लीडर बनकर

उभरा है। हम विकास के सफर में MediBuddy के साथ साझीदार बनकर बेहद उत्साहित हैं। यह

करोड़ों भारतीयों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच मुहैया करा रहा है।“


कंपनी के बोर्ड में शामिल एलएलसी में इंडिया लाइफ साइंसेज फंड III के प्रतिनिधि और प्रबंध

निदेशक श्री देवराजन टीपी ने कहा, “इंडिया लाइफ साइंसेज फंड III MediBuddy और उसकी

जबर्दस्त नेतृत्व क्षमता वाली टीम, सतीश और एनबा, के साथ साझेदारी कर बेहद उत्साहित है।

MediBuddy का ई-हेल्थ प्लेटफॉर्म उपभोक्ताओं को स्वास्थ्य रक्षा संबंधी समस्त सुविधाओं तक

पहुंच मुहैया कराता हैं। चाहे वो डॉक्टरों से सलाह-मशविरा करना हो, लैब टेस्ट कराने हो या अपने

डिवाइसेज से दवाइयों का ऑर्डर देना है। इंडिया लाइफ साइंसेज फंड III इस बात से खासतौर से

खुश है कि MediBuddy उपभोक्ताओं को अलग-अलग भाषाओं में स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ

उठाने में सक्षम बना रहा है। यह खासियत MediBuddy को देश भर में रहने वाले उपभोक्ताओं

तक डिजिटल स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाने के लक्ष्य को हासिल करने में सक्षम बनाएगी। कंपनी के


कंस्यूमर्स बेस में भारत में संचालित की गई कई फार्च्यून 500 कंपनियां, कई प्रमुख इंश्योरेंस

कंपनियां शामिल है। यह कंपनी की ओर से उपलब्ध कराई जानी वाली डिजिटल स्वास्थ्य

सुविधाओं की सर्वश्रेष्ठता का सबूत है। फंड के प्रतिनिधि MediBuddy के साथ साझीदारी कर बेहद

प्रसन्न हैं। हमारी कंपनी MediBuddy को भारत की उच्च प्राथमिकता वाले डिजिटल हेल्थकेयर

प्लेटफॉर्म के रूप में उभरने के प्रयास में मदद कर रही है।“ 


जेएएफसीओ एशिया फंड की निदेशक मिस सुप्रिया सिंह ने कहा, “भारत में टेलीमेडिसिन के मार्केट

के विकास की अपार संभावनाएं है। MediBuddy ने मार्केट में अपनी स्थिति काफी मजबूत कर ली

है। यह बाजार की जरूरतों को पूरा करने वाले एक संपूर्ण प्लेटफॉर्म है। जेएफसीओ एशिया

अमेरिका में टेलाडॉक के मुख्य साझेदारों में से एक है, जिसने मार्केट में करीब 38 बिलियन

अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है। जेएएफसीओ एशिया को MediBuddy के विकास के सफर में

सतीश और एनबा का साझीदार बनकर काफी गर्व महसूस कर रहा है।“  

टीम फंड के मैनेजिंग पार्टनर श्री यूसुफ मजहर ने कहा, “टीमफंड की टीम MediBuddy के साथ

पार्टनर बनकर काफी उत्साहित है। हमारी टीम दूर-दराज के क्षेत्रों में लोगों को सेहत की देखभाल

की बेहतर क्षमता हासिल करने में MediBuddy की मदद करेगी। MediBuddy ने एक फर्स्ट क्लास

और बेहतरीन फूलप्रूफ प्लेटफॉर्म बनाया है, जिसमें टेलीहेल्थ के साथ लैब और फार्मास्युटिकल की

जरूरी सुविधाओं को भी जोड़ा गया है। यह टेलीमेडिसिन की सुविधाएं देश भर के उपभोक्ताओं के

लिए काफी मूल्यवान है। खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों और सीमित संसाधनों वाले क्षेत्र में रहने वाले

लोगों ने इस सुविधाओं की बढ़ती क्षमता कसे लाभ उठाया है। इससे उन्हें कम लागत पर किसी

बीमारी के इलाज में स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से सलाह-मशविरा करने में काफी मदद मिल रही है।“

डिजिटल हेल्थ केयर प्लेटफॉर्म MediBuddy इस फंड को डॉक्टर और अस्पतालों का आधारभूत

ढांचा मजबूत करने में इस्तेमाल करेगी। इससे मरीजों की डॉक्टरों तक पहुंच बढ़ाई जाएगी। इससे

वह अपने प्रॉडक्ट, टेक्नोलॉजी और ब्रैंड को करोड़ों लोगों के लाभ के लिए प्रयोग करने और उन्हें

उत्तम स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के मिशन में और आगे बढ़ेगी।  इसके अलावा प्लेटफॉर्म पर

पिछले कुछ महीनों में इंडस्ट्री के कई प्रमुख प्रफेशनल्स जुड़ गए हैं, जिसने नेतृत्व की पहले से

मजबूत टीम को और मजबूत बना दिया है।  

कंपनी के नेटवर्क में देश भर में सभी जगहों पर 90,000 से ज्यादा डॉक्टर, 7 हजार अस्पताल, 3

हजार डायगग्नोस्टिक सेंटर्स और 2500 फार्मेसी शामिल है। MediBuddy ने भारत में सातों दिन

24 घंटे सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाएं तक मरीजों को पहुंच प्रदान कर अपनी लीडरशिप की पोजीशन


को और मजबूत बनाया है। सही मायनों में MediBuddy एक ऐसे दोस्त के रूप में काम कर रहा

है, जिस पर आप अपनी सभी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए भरोसा कर सकते हैं।

Comments

Popular posts from this blog

एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटी ऑफ इंडिया के बैनर तले आयोजित ग्रांड समिट में 50 से अधिक कंपनियों ने रखी केंद्र सरकार से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए नियम बनाने की मांग। मनोज तिवारी रहे मौजूद

जब कान भरने वाले घरों में दुबके थे, तब काम करने वाले ने काम कर दिया : जीके

भूपेंद्र सिंह बजरंग सेना के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व सुषमा शर्मा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष महिलामोर्चा नियुक्त