प्लंबिंग के क्षेत्र में वैश्विक केंद्र बनेगा भारत: डॉ महेंद्र नाथ पांडे

 


# भारत सबसे कुशल जनशक्ति राष्ट्र के रूप में उभरने के लिए प्रतिबद्ध है: प्रधानमंत्री का संदेश

# आईपीएससी और फिक्की ने प्लंब कौशल एक्सपो -2021 के प्रथम संस्करण का मिलकर किया आयोजन

# महीना भर चलेगा वर्चुअल प्लंब एक्सपो, 24 फरवरी -23 मार्च

# 100 देशों के हितधारकों, 100 से अधिक निर्माताओं और 70,000 से अधिक नलसाजी तकनीशियनों और प्लंबर ले रहे भाग

नई दिल्ली, 24 फरवरी 2021:

श्री महेंद्र नाथ पांडे, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री, भारत सरकार ने आज कहा कि इस प्लंब स्किल्स एक्सपो का आह्वान हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा किया गया था। आईपीएससी और फिक्की की यह साझेदारी भारत को कौशल विकास के मामले में आत्मनिर्भर बनाने और जल जीवन मिशन के माध्यम से रोजगार प्रदान करने में मदद करेगी।

इंडियन प्लंबिंग स्किल्स काउंसिल (आईपीएससी) और एफआईसीसीआई (फिक्की) द्वारा आयोजित प्लंब कौशल एक्सपो -2021 के पहले संस्करण का उद्घाटन और शो स्मारिका का विमोचन डॉ पांडे के द्वारा किया गया। उन्होंने कहा, "यह आयोजन न केवल भारतीय नलसाजी उद्योग में योग्य और कुशल श्रमिकों की मदद करेगी बल्कि वैश्विक प्रतिभागियों को भारतीय कुशल श्रमिकों के साथ शामिल होने का अवसर भी प्रदान करेगी।"

कौशल एक्सपो का उद्देश्य स्थानीय मिशन को बढ़ावा देना है और देश के प्लंबर और तकनीशियनों को बेहतर कौशल प्रदान करना है। इस क्षेत्र के भविष्य को आकार देने में एक्सपो एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारत का उद्देश्य वैश्विक नलसाजी केंद्र होना है, उन्होंने आगे कहा। 

श्री उदय शंकर, अध्यक्ष, फिक्की ने कहा, "प्लम्बिंग दुनिया भर में एक अग्रणी और बढ़ता हुआ क्षेत्र है। इस क्षेत्र में 6 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ 2023 तक वैश्विक स्तर पर 112 अरब डॉलर की वृद्धि होने की उम्मीद है। बुनियादी सुविधाओं में उच्च निवेश, बढ़ती डिस्पोजेबल आय, और स्मार्ट शहरों में बढ़ते निवेश इस वृद्धि को बढ़ावा दे रहे हैं।

इसके अलावा, श्री शंकर ने कहा कि इस क्षेत्र को व्यवस्थित करने की आवश्यकता है। "हम कुशल श्रम की आपूर्ति और मांग को पूरा करने के लिए डिजिटल पारिस्थितिक तंत्र को मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। उभरते अवसरों पर बिल्डिंग, प्लंब कौशल एक्सपो-2021 का उद्देश्य भारतीय नलसाजी क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर लेने के व्यावहारिक तरीकों की खोज करना है।"

आईपीएससी और सीएमडी के अध्यक्ष डॉ. आरके सोमानी ने कहा कि कोविड -19 ने हमें अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित किया है। और विनिर्माण में प्रतिमान बदलाव द्वारा किए गए अवसरों का एक बड़ा अवसर भी दिया है। उन्होंने कहा, "एक्सपो भारतीय निर्माताओं की वैश्विक उपस्थिति में वृद्धि करने वाले उत्प्रेरक के रूप में कार्य करेगा और न केवल भारत में बल्कि अन्य देशों में भी हमारे कर्मचारियों की रोजगार क्षमता की संभावनाओं को बढ़ाएगा। यह आयोजन अंतरराष्ट्रीय नलसाजी उद्योग के लिए एक उत्कृष्ट बाजार के रूप में भारत को अग्रणी बनाने के लिए एक कदम है और साथ ही नलसाजी उत्पादों और कुशल श्रमिकों का सबसे बड़ा गंतव्य स्रोत बनने के लिए भारत की ताकत को समझती है।

आईएपीएससी के सीओओ जनरल टीके चढ्ढा ने कहा कि एक्सपो का उद्देश्य प्लंबर को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्ध नई प्रौद्योगिकियों के साथ उनके हुनर को बढ़ाने का लक्ष्य है और उन्हें रोजगार व प्रशिक्षण के नए अवसरों जोड़ना है।

100 देशों के हितधारकों, 100 से अधिक निर्माताओं और 70,000 से अधिक नलसाजी तकनीशियन और प्लंबर लगभग इस आयोजन में भाग लेंगे, उन्होंने कहा

जेनरल चढा ने प्लंब कौशल एक्सपो 2021 के लिए प्रधानमंत्री के संदेश को भी पढ़ा, जिसमें कहा गया कि सरकार भारत को सबसे कुशल जनशक्ति वाला राष्ट्र बनने के लिए प्रतिबद्ध है। 

प्रधानमंत्री के संदेश में कहा गया, 'हमने इस देश में कुशल विकास प्रणाली को मजबूत किया है। फिक्की और आईपीएससी देश में ग्रामीण विकास और स्मार्ट शहरों की परियोजना की ओर एक गति और दिशा प्रदान कर रहे हैं। मेरा मानना है कि यह प्रदर्शनी एक आदर्श स्थान होगी जहाँ तकनीकी विशेषज्ञ वैश्विक उद्योगपतियों के साथ अपनी विशेषज्ञता साझा करेंगे'

इस एक्सपो को आयोजन पहले चार दिनों के लिए निर्धारित किया गया था। हालाँकि, चारों तरफ़ से मिल रहे अपार समर्थन के बाद अब यह एक्सपो पूरे महीने के लिए जारी रहेगा। इस कार्यक्रम को भारतीय नलसाजी क्षेत्र की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए नलसाजी तकनीशियनों और वैश्विक उद्योग को एक छत के नीचे लाने के लिए प्रेरित किया गया है, जिससे भारत को वैश्विक नलसाजी केंद्र के रूप में स्थापित किया जा सके और कौशल भारत मिशन को बढ़ावा मिल सके।

एक्सपो के प्रमुख उद्देश्य प्लंबिंग उद्योग, विचार और मूल्य निर्धारण, अंतरराष्ट्रीय और घरेलू व्यवसाय के मौके, ज्ञान लेन-देन और भारतीय निर्माताओं के विस्तृत कार्यबल आदि के लिए संगठित प्लेटफॉर्म के माध्यम से नेटवर्किंग को बढ़ाना है।

प्लंब स्किल्स एक्सपो-2021 के प्रथम संस्करण में कौशल और सहायक उद्योगों सहित नलसाजी उद्योग से हितधारकों की भागीदारी को प्रोत्साहित किया गया है। एक्सपो में प्लंबिंग कंसल्टेंट, तकनीकी प्रोवाइडर, इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनियां, सेनेटरीवेयर, वास्तुकार, बिल्डर्स, ईपीसी और स्किलिंग कंसल्टेंट हिस्सा ले रहे हैं

100 से अधिक देशों के खरीदार प्रदर्शनीकर्ताओं के साथ बातचीत करने के लिए अपने-अपने देशों से भाग ले रहे हैं। एक्सपो में 100 से अधिक निर्माताओं, क्षेत्रीय वेबिनार, निर्माताओं और खरीदारों के बीच पूर्व- निर्धारित और स्पॉट बी-टू-बी बैठकों के उत्पादों और सेवाओं के प्रदर्शन के लिए एक समर्पित वर्चुअल प्रदर्शनी शामिल है। 70,000 से अधिक नलसाजी तकनीशियन / प्लंबर इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। 

श्री दिलीप चेनॉय, महासचिव, फिक्की, श्री विनय गुप्ता, आईपीएससी और सीएमडी, बाथलाइन इंडिया प्रा. लिमिटेड, श्री एन राजीव, निदेशक, आईपीएससी और एमडी, ईएसपीए वाटर सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड, दुबई, यूएई और डॉ. मनीष कुमार, एमडी और सीईओ, एनएसडीसी के सानिध्य में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्लंब स्किल्स एक्सपो 2021 एक्सपो के उद्घाटन के अवसर पर इन सभी गणमान्य व सम्मानित अतिथियों की उपस्थिति रही।

Comments

Popular posts from this blog

भूपेंद्र सिंह बजरंग सेना के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व सुषमा शर्मा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष महिलामोर्चा नियुक्त

एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटी ऑफ इंडिया के बैनर तले आयोजित ग्रांड समिट में 50 से अधिक कंपनियों ने रखी केंद्र सरकार से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए नियम बनाने की मांग। मनोज तिवारी रहे मौजूद

जब कान भरने वाले घरों में दुबके थे, तब काम करने वाले ने काम कर दिया : जीके