सरना संत राम सिंह सिंघरावाले को श्रद्धांजलि देने करनाल पहुँचे
नई दिल्ली(17 दिसम्बर, 2020): किसान आंदोलन में पिछली रात को आई हलचल ने पंजाबी सूबे के साथ पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। सूत्रों के अनुसार करनाल, हरियाणा के विश्व प्रसिद्ध संत राम सिंह नानकसार सिंघरावाले वाले ने किसानों के हित मे आवाज बुलंद करते हुए आत्महत्या कर लिए।
मामले में पूरे दुनिया से प्रतिक्रियाओं का सिलसिला जारी है। उसी क्रम में शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (शिअदद) प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना भी आनन-फानन में करनाल पहुँचे और अंतिम क्रिया में हिस्सा लिए।
मीडिया से मुखातिब होते है सरना ने कहा कि " मैं संत जी से काफी प्रभावित था और कुछ समय पहले ही उनके दर्शन किए थे। उनका चला जाना यकीन से परे लग रहा है । संत जी की शहादत को इतिहास के स्वर्णिम पन्नो में लिखा जाएगा। जिसका शब्दों में बयान करना कम होगा "।
सिख जगत में काफी रसूख रखने वाले सरना ने इसे सिख इतिहास के सबसे बड़ी क्षतियों में से एक बताया और भावुक होकर वहाँ मौजूद सभी संत,महात्माओ से मिले।
पूर्व गुरुद्वारा कमिटी के अध्यक्ष ने सभी नौजवानों से भावत्मकता में आकर कोई कदम उठाने से परहेज करने को भी कहा।
उन्होंने केन्द्र सरकार से भी निवेदन करते हुए कहा कि "सरकार को लचीलापन दिखाकर सबसे पहले इस "लॉगजाम" को खत्म करने की जरूरत है। व्यापार, धंधा और गरीबों के रोजगार के साधन रुकते जा रहे है। ठंड बढ़ती जा रही है जिससे आम लोगो के साथ प्रदर्शकारियों को भी स्वास्थ्य दिक्कते आ रही है ।"
बताते चले कि सरना पिछले 20 दिनों से किसानों के लिए मानवतापूर्ण सेवा में लगे है जिनमे लंगर, दवाई, एम्बुलेंस सहित अन्य सेवाएं मौजूद है।
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