कृषि बिलों के बारे में स्मृति ईरानी ने किसानों व आढ़तियों को जागरूक करवाने के लिए किया सीधा संवाद I

 राजनीतिक पार्टियों को किसानों द्वारा उनके आन्दोलन से दूर रहने की चेतावनी के बाद दलों में अपना वर्चस्व बचाने की होड़ है किसानों के नाम का आन्दोलन : स्मृति ईरानी 


MSP पर आज तक तीन लाख मीट्रिक टन धान की सरकारी एजंसियों द्वारा हो चुकी है खरीद : स्मृति ईरानी   


बिट्टू द्वारा भाजपा अध्यक्ष पर हुए हमले की ली गई जिम्मेवारी कांग्रेस की अंतर्कलह का सबूत : तरुण चुघ 





बठिंडा: 15 अक्टूबर (   ), केंद्र सरकार द्वारा कृषि संबंधी संशोधित कानूनों के बारे में किसानों व आढ़तियों को जागरूक करवाने के लिए केन्द्रीय कपड़ा मंत्री तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी ने विशेष रूप में भाजपा मुख्यालय दिल्ली से वर्चुअल रूप से बैठक से जुड़े I इस दौरान उनके साथ भाजपा राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ, भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा व आर.पी. सिंह भी उपस्थित थे I 

स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर किसानों, जमीदारों व आढ़तियों को आने संबोधन में कृषि संबंधी बिलों के बारे में बताते हुए कहाकि केंद्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सड़क से संसद तक जनता को आश्वसत किया की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एम.एस.पी.) प्रबंधन पर कोई आंच नही आयेगी, फिर भी पंजाब मे और पूरे देश भर में  कांग्रेस पार्टी ने जान-बूझ कर कृषि संशोधन बिल के खिलाफ भ्रम फैलाया । जबकि किसानों ने साफ़ तौर पर सभी राजनीतिक पार्टियों को उनके आन्दोलन से दूर रहने की चेतावनी दे रखी है I अब यह राजनीतिक दल जनता में अपनी साख बचाने के लिए अपने कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतारे हुए हैं I 

स्मृति ईरानी ने कहाकि इस समय किसान अपनी फसल मंडियों में ला रहे हैं और केंद्र द्वारा घोषित की गई MSP पर सरकारी एजंसियों को अपनी फसल बेच रहे हैं I 15.10.2020 तक तीन लाख मेट्रिक टन तक धान की खरीदी प्रक्रीया पूरी हो चूकी है और आगे भी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर सारा प्रबंध संचालित होगा । यह तथ्य कांग्रेस के गले की हड्डी बन गया है । कांग्रेस पार्टी द्वारा यह भ्रम फैलाया गया कि कृषि उपज मंडी समिति का कानून धवस्त हो जायेगा, लेकिन पंजाब का किसान इस बात से भली-भांति वाकिफ हो चुका है कि कृषि उपज मंडी समिति के कानून को केंद्र सरकार ने हाथ तक नहीं लगाया ।

स्मृति ईरानी ने कहाकि कपास की खरीद के लिये हमने बार-बार कांग्रेस से आग्रह किया कि पैसा सीधे किसानों तक पहुँचाने मे हमारी मदद कीजिए , लेकिन किसान विरोधी पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा इसमे कोई सहयोग नही मिला । कांग्रेस ने ना सिर्फ किसानो को भ्रमित करने का पाप किया, बल्कि आढ़तियों को भी सशक्त नही होने दिया, लेकिन आज पंजाब का आढ़ती प्रदेश के किसी भी कोने मे बैठे किसान से व्यापारिक संबंध बना सकता है । यह कांग्रेस का दोगलापन ही है कि वर्ष 2019 मे कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में यह उल्लेख किया था कि कांग्रेस आते ही कृषि उपज मंडी समिति का कानून निष्क्रिय कर देगी तथा 2013 मे कांग्रेस के युवराज राहुल गाँधी ने प्रेसवार्ता के दौरान स्वयं कहा था कि कृषि उपज मंडी समिति के कानून को खत्म करना उचित है । 

स्मृति ईरानी ने कहाकि किसान विधेयक को लेकर कांग्रेस के लोगों में खासकर रिश्वत लेने वालो मे बेचैनी का माहौल है । छः दशको में कांग्रेस सरकार ने किसानो के हित के लिये कुछ नहीं किया तथा केंद्र सरकार ने एक वर्ष मे 90 हजार करोड रुपय की राशि सीधा किसानो के खाते तक पहुँचाई है । इस बिल के पारित होने से किसान स्वतंत्र हो गया है तथा अपनी फसल को बेचने के लिये वो मंडियो और मध्यस्थो पर आधारित नही रहा है I वह अनुबंध करके अपनी फसल कही भी किसी को भी विक्रय कर सकता है तथा अपनी आय में वृद्धि कर सकता है । केन्द्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने पंजाब मे भाजपा कार्यकर्ताओ पर हो रहे हमलो की कड़ी निंदा की I संसद मे कांग्रेस नेता और सहयोगी दलो द्वारा संसद की गरीमा पर ठेस पहुँचाने का भी स्मृति खंडन करते हुये भारतीय जनता पार्टी को किसान हितैषी बताया है ।

तरुण चुघ ने इस अवसर पर पंजाब भाजपा के अध्यक्ष अश्वनी शर्मा के वाहन पर हुडदंगीयो के एक समूह द्वारा किए हमले पर बोलते हुए कहाकि शर्मा की गाड़ी के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए और इस हमले की जिम्मेवारी कांग्रेस पार्टी के क्षेत्रीये सांसद रवनीत बिटटू ने ली है । पंजाब कांग्रेस के अन्दर अंतर्कलह होने के कारण कांग्रेस के क्षेत्रीये नेताओ को पंजाब की राजनीती मे खुद को स्थापित करने की होड लगी हुई है, जिसके कारण पार्टी के नेता अनुशासनहीनता का प्रमाण स्वत: प्रस्तुत कर रहे है और भाजपा के कार्यकर्ताओ पर हमला कर रहें है ।

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