वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स ने डब्ल्यूएससीसी हाउस, नई दिल्ली में अपनी पहली रियल एस्टेट बैठक आयोजित की।


वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स ने डब्ल्यूएससीसी हाउस, नई दिल्ली में अपनी पहली रियल एस्टेट बैठक आयोजित की।



वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स (डब्ल्यू.एस.सी.सी.), एक गैर-लाभकारी संगठन है, जिसमें सिख उद्यमियों, पेशेवरों और व्यवसाय के मालिकों का एक क्रॉस-सेक्शन शामिल है, यह अपने तरह का एक नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म है।

नई दिल्ली, 02 फरवरी, 2022 - दिल्ली स्थित गैर-लाभकारी संगठन, वर्ल्ड सिख चैंबर ऑफ कॉमर्स (डब्ल्यूएससीसी) ने अपनी पहली रियल एस्टेट बैठक अमर कॉलोनी लाजपत नगर, नई दिल्ली में डब्ल्यू.एस.सी.सी. हाउस में आयोजित की।

इस बैठक का एजेंडा रियल एस्टेट में शामिल डब्ल्यू.एस.सी.सी. सदस्यों के बीच एक मजबूत बंधन बनाना था- बिल्डर्स, डेवलपर्स, ब्रोकर्स, एजेंट्स, आर्किटेक्ट्स और इंजीनियर्स।

बैठक में रियल एस्टेट व्यवसाय से सम्बन्धित, डब्ल्यू.एस.सी.सी. के 25 सदस्यों ने भाग लिया और उन्होंने सदस्यों के बीच विभिन्न सहयोगों और हर संभव व्यावसायिक विचारों पर चर्चा की।

डब्ल्यू.एस.सी.सी. रियल एस्टेट समूह ने रुपये का लक्ष्य लिया है। वर्ष 2022 में 100CR व्यवसाय।

डॉ. परमीत सिंह चड्ढा कहते हैं की "संसाधनों तक सीमित पहुंच के साथ, हर कोई अपने सोशल नेटवर्किंग पर काम नहीं कर सकता है। डब्ल्यू.एस.सी.सी. ने अपने साथी सिख भाइयों के सपनों का समर्थन करने के लिए हाथ पकड़ने और समर्थन करने का फैसला किया है।”

गैर-लाभकारी संगठन 'सरबत दा भला' के मूल्य पर काम करता है, जिसका अर्थ है "हर कोई समृद्ध हो" या "सभी के लिए आशीर्वाद" इसलिए वे छोटे व्यवसायों को अपने समुदाय की जीवनदायिनी मानते हैं और उसे सफलता की सीढ़ी पर ले जाने का लक्ष्य रखते हैं। .

समुदाय इस दृष्टिकोण पर खड़ा है कि डब्ल्यू.एस.सी.सी. के युवा सदस्यों को बाहर नौकरियों की तलाश करने की आवशकता नहीं होनी चाहिए क्योंकि उनके पास समुदाय के भीतर ही पर्याप्त अवसर हैं जो उन्हें व्यवसाय के मालिक, खिलाड़ी बनने, अपने रचनात्मक कौशल पर काम करने, या जो कुछ भी वे पसंद करते हैं, समुदाय बनने के लिए प्रेरित करता है एवं उनका समर्थन करेगा।

Comments

Popular posts from this blog

भूपेंद्र सिंह बजरंग सेना के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष व सुषमा शर्मा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष महिलामोर्चा नियुक्त

एसोसिएशन ऑफ डायरेक्ट सेलिंग एंटिटी ऑफ इंडिया के बैनर तले आयोजित ग्रांड समिट में 50 से अधिक कंपनियों ने रखी केंद्र सरकार से डायरेक्ट सेलिंग इंडस्ट्री के लिए नियम बनाने की मांग। मनोज तिवारी रहे मौजूद

जब कान भरने वाले घरों में दुबके थे, तब काम करने वाले ने काम कर दिया : जीके