गुर्घटना नियंत्रण विषय के साथ भारत के उत्तर प्रदेश को स्मार्ट प्रदेश हेतु की गईं प्रेस वार्ता देखिये क्या महत्वपूर्ण चर्चाएं होई


गुर्घटना नियंत्रण विषय के साथ भारत के उत्तर प्रदेश को स्मार्ट प्रदेश हेतु की गईं प्रेस वार्ता देखिये क्या महत्वपूर्ण चर्चाएं होई 

    झांसी। उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के महानगर उपाध्यक्ष एवं अंदर सैयर गेट व्यापार मंडल अध्यक्ष पंडित संतोष कुमार गौड़ ने कर्म योगी संस्था झांसी के सदस्य मधु पासी, आराधना शर्मा, नीलम शर्मा, आदि के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नाम संबोधित ज्ञापन झांसी कमिश्नर को प्रेषित किया जिसमें मुख्यमंत्री के झांसी आगमन पर कोरोना आपदा जैसी महामारी में आकस्मिक काल के गाल में समाए अनेकों परिवारों के सदस्य गणों के प्रति गहन चिंता व्यक्त की। 

       और अवगत कराते हुए सुप्रीम कोर्ट की बात का भी खंडन किया जिसमें कहां गया था कि पूर्व समय में देश में इतने लोग सीमा पर आतंकी हमले आदि समस्याओं से नहीं मारे जाते जितने सडकों दुर्घटना की वजह से मारे जाते हैं। 

        इन मौतों का दुष्प्रभाव तो मृतकों के परिवार पर पड़ना स्वाभाविक ही है इसके साथ ही देश की प्रगति भी इन हादसों से प्रभावित होती है। भारत सरकार के आंकड़ों के अनुसार 2018 में वर्ष 2017 की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 0.46 प्रतिशत की वृद्धि हुई।                   

       'सड़क दुर्घटनाओं में हताहत होने वाले लोगों में सबसे ज्यादा भारत के होते हैं,  सड़क दुर्घटनाओं में दुनिया भर में होने वाली मौतों में भारत का हिस्सा 11 प्रतिशत है. देश में हर घंटे लगभग 53 सड़क दुर्घटनाएं होती हैं और हर चार मिनट में लगभग एक मौत होती है.''

     भारत में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 5.96 लाख करोड़ रुपये यानी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.14 प्रतिशत के बराबर नुकसान होता है.सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा हाल ही में किये गये एक अध्ययन में अनुमान लगाया गया है कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं से 1,47,114 करोड़ रुपये की सामाजिक व आर्थिक क्षति होती है, जो जीडीपी के 0.77 प्रतिशत के बराबर है. मंत्रालय के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं का शिकार लोगों में 76.2 प्रतिशत ऐसे हैं, जिनकी उम्र 18 से 45 साल के बीच है. यानी ये लोग कामकाजी आयु वर्ग के हैं,

        अतः इन सड़क दुर्घटनाओं में होने वाले हादसों को नियंत्रण में करने के उद्देश्य से पंडित संतोष कुमार गौड़ ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से ज्ञापन के माध्यम से अपने सुझाव व्यक्त करते हुए कहा कि झांसी महानगर के साथ-साथ संपूर्ण  उत्तर प्रदेश के सभी जिले एवं हाईवे पर निर्मित स्पीड ब्रेकर पर रेडियम लाइट के साथ-साथ गहरे सफेद और गहरे पीले रंग के द्वारा संपूर्ण स्पीड ब्रेकर को पुता हुआ अंकित होना चाहिए। जिससे कि दूर से ही स्पीड ब्रेकर दिखाई दे सके।

     वर्तमान समय में सड़क और स्पीड ब्रेकर का रंग सामान्य होने के कारण दिन के साथ-साथ रात्रि में भी यह स्पीड ब्रेकर आने जाने वाले वाहनों को दूर से स्पष्ट नहीं हो पाते जिसके परिणाम स्वरूप ब्रेकर पर वाहन जंप के साथ असंतुलित हो जाते हैं और दुर्घटनाओं की संभावना काफी बढ़ जाती है, यदि युक्त कार्य शीघ्र क्रियान्वित होता है तो दुर्घटना  नियंत्रण के साथ-साथ उत्तर प्रदेश भारत में प्रथम स्मार्ट प्रदेश के दर्जे में स्थान प्रदान करेगा।

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