कोरोना वैक्सीन पर डीपी गोयल-सीएमओ ने दूर की भ्रांतियां



-फेसबुक पर लाइव आकर जनता से हुए रूबरू

गुरुग्राम। भले ही कोरोना की दो-दो वैक्सीन भारत में तैयार हो गई हो। इसके वैक्सीनेशन का काम भी शुरू हो गया हो, लेकिन कहीं न कहीं वैक्सीन लगवाने को लेकर भ्रांतियों ने भी जन्म ले लिया है। वैक्सीनेशन और भविष्य में कोरोना से बचाव की योजनाओं को लेकर शनिवार को कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डा. डीपी गोयल ने गुरुग्राम जिला के सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव से सोशल मीडिया फेसबुक के माध्यम से उन भ्रांतियों पर बात की, जो कि वैक्सीनेशन के दौर में सामने आ रही हैं। प्रस्तुत है बातचीत के प्रमुख अंश:


सवाल: कोरोना वैक्सीनेशन बढ़ाने की स्वास्थ्य विभाग की क्या तैयारियां हैं?

जवाब: कोरोना वैक्सीनेशन की व्यापक पैमाने पर तैयारियां हैं। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को लगाई जाने वाली वैक्सीनेशन का काम जारी है। जिले में पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन हैं। वैक्सीन 18 वर्ष से लेकर इससे ऊपर के हर उम्र के व्यक्ति को लगाई जा सकती है। बशर्ते वह किसी गंभीर बीमारी से पीडि़त ना हो। महिलाएं गर्भवती ना हों। 


सवाल: क्या एक बार वैक्सीन लगाने से कोरोना का खतरा कम हो जाएगा?

जवाब: ऐसा नहीं है कि एक बार वैक्सीन लगाने से कोरोना का खतरा टल जाएगा। पहली वैक्सीन लगने के 28 दिन बाद दूसरी बार वैक्सीन तो लगवानी ही होगी। साथ में साल में एक बार यह वैक्सीन अन्य टीकाकरण कार्यक्रमों की तरह लगवानी होगी। 


सवाल: वैक्सीन पर विश्वास जमाने को जनता को किस तरह से जागरुक करेंगे?

जवाब: वैक्सीनेशन कार्यक्रम पहले भी चलते रहे हैं। बच्चों का भी टीकाकरण होता है। अक्सर किसी न किसी को वैक्सीन से थोड़ी सी परेशानी हो जाती है। यह हमारे शरीर तंत्र पर निर्भर करता है। इसलिए घबराने की कोई जरूरत नहीं है। कोरोना की वैक्सीन से भी थोड़ी बहुत परेशानी होती है तो टीम संबंधित व्यक्ति के संपर्क में रहती है।


सवाल: 130 करोड़ की आबादी को वैक्सीन कैसे देंगे? 

जवाब: आने वाले समय में यह दवा आम हो जाएगी। सरकार इस पर तैयारी कर रही है। देशवासियों को अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स का टीकाकरण हो रहा है। इसके बाद 50 साल से ऊपर और फिर 18 से 50 साल तक के लोगों के लिए वैक्सीन उपलब्ध होगी। उम्मीद है कि जल्द ही यह वैक्सीन बाजार में भी उपलब्ध होगी। 


सवाल: कोरोना महामारी के दौर की तरह जनता, संस्थाओं से क्या उम्मीद करते हैं?

जवाब: कोरोना महामारी में आपकी संस्था (कैनविन फाउंडेशन) की तरह बहुत सी संस्थाओं ने जनता की सेवा की है। स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर काम किया है। वैक्सीनेशन में भी संस्थाओं की भूमिका अपेक्षित है। 


सवाल: गुरुग्राम की जनता में जागरुकता कितनी मानते हैं? 

जवाब: गुरुग्राम की जनता खूब जागरुक है। टेस्टिंग में भी जनता का खूब सहयोग रहा। अब वैक्सीन में भी जागरुकता की जरूरत है। अब तो कोरोना की रिंग टोन बदलकर वैक्सीनेशन पर आ गई है। आप जैसी संस्थाओं से भी अपील है कि जागरुकता में भागीदार बनें। 


सवाल: जनता से वैक्सीनेशन पर क्या अपील करना चाहेंगे?

जवाब: जनता से उनकी अपील है कि वैक्सीनेशन को लेकर किसी भ्रांतियों पर ध्यान ना दें। उन्होंने खुद पहले ही दिन वैक्सीन लगवाई थी। बेशक मुझसे व्यक्तिगत प्रेरित ना हों, लेकिन सीएमओ गुरुग्राम के नाम से प्रेरणा लें। उन्होंने वैक्सीन लगवाई और वे ठीक हैं। अब सभी वैक्सीनेशन के कार्य को पूरा करने में सहयोग करके इस अभियान को पूर्ण करें। इसे पूरा कर फिर आगे का काम शुरू करतें।

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