सरना दल ने बाला साहिब अस्पताल शुरू करने के लिए किया अरदास ।
नई दिल्ली (10 जनवरी,2020) : दिल्ली की संगतो के लिए पहेली का पर्याय बन चुका बाला साहिब मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल, दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी चुनाव के करीब आने से उम्मीदों के गोते फिर लगाने शुरू कर दिए है।
2013 में आलीशान अस्पताल की नीवं रखने वाले परमजीत सिंह सरना ने इसको दुबारा शुरू करने के लिए कोशिशें करनी शुरू कर चुके है। इसी के तहत उनकी शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (शिअद) पार्टी ने भारी सांख्य में दिल्ली की संगतो और कार्यकर्ताओं के संग अरदास समागम का आयोजन किया। जिसकी मुख्य वजह 500 बेडो के भव्य अस्पताल को फिर से शुरू करके, दिल्ली की संगत को सौंपना है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह अस्पताल विश्वस्तरीय होगा जिसके निर्माण से हजारों जरूरत मंदो को मुफ्त इलाज के साथ ही स्वास्थ्य बीमा का लाभ भी मिलेगा।
अरदास समागम के उपरांत, पार्टी प्रधान सरना ने मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि,
"आज का दिन एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। जिस विश्वस्तरीय अस्पताल का सपना हमने निःस्वार्थ भाव से तकरीबन एक दशक पहले देखा था उसको हकीकत में बदलने के लिए,आज हम सभी अरदास करने के लिए इक्कठे हुए है।"
" बाला साहिब अस्पताल का निर्माण करके दिल्ली की सम्मानित संगत को मुफ्त इलाज एवं बीमा उपलब्ध कराना था। जो कि गंदी राजनीति का शिकार होने की वजह से नही हो पाया। आज महामारी के काल में देंखे, हमारे भाई, कर्मचारी और जरूरतमंद बिना जरूरी सेवाओं की वजह से दम तोड़ रहे है। यदि हमारा अस्पताल तैयार होता तो आज यह दिन नही देखना पड़ता।" दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी के पूर्व प्रधान ने बताया।
इस दरम्यान शिअद महासचिव हरविंदर सिंह सरना भी मीडिया से मुखातिब हुए," हमने बाबा हरबंस सिंह जी के सपनो को पूरा करने का बीड़ा उठाया है और इसे पूरा करके रहेंगे। 500 बेडो के आलीशान अस्पताल को दिल्ली को सौंपा जाएगा। जिसमे कैंसर स्क्रीनिंग, रोबोटिक सर्जरी,बॉन मैरो ट्रांसप्लांट, हॉप प्रोग्राम इत्यादि के तहत अन्य इलाज मुफ्त कराया जाएगा।
इसके साथ ही मुख्य सर्जरियों पर 60% तक के न्यूनतम भाव पर इलाज, मुफ्त ओपीडी, मुफ्त दवाइया, विश्वस्तर की रेडियोलॉजी भी उपलब्ध होगी।"
अरदास समागम दिल्ली गुरूद्वारा कमिटी के पूर्व महासचिव गुरमीत सिंह शंटी भी मौजूद थे जिन्होंने बाला साहिब अस्पताल को समय की अनिवार्यता और दिल्ली की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक बताया। उन्होंने गंदी राजनीति की वजहों से इस नेक काम में अडंगे पड़ने पर गहरा दुःख भी जताया ।
वहाँ मौजूद यूथ विंग प्रधान रमनदीप सिंह सोनू ने अपना जारी बयान में विपक्षी दलो को आड़े हाथो लिया। और दावा किया कि विरोधी, बादल दल की वजह से आज यह आलीशान अस्पताल खंडहर में तब्दील है।
"उन्होंने हमारे पवित्र धर्म को अपने राजनीतिक हथकंडे का सलीका बना लिया है। उन्होंने इस अस्पताल को 2013 में बनने से रोक दिया क्योंकि उनको अपने राजनीतिक भविष्य पर खतरा नज़र आ रहा था। गलत बयानबाजी और बातों को फैलाकर संगत को गुमराह किया गया। आज हकीकत यह है कि इससे सिर्फ संगत को नुकशान हुआ है। हमें इन नेताओं से छुटकारा पाने की जरूरत है और सिर्फ पंथ के राह पर पंथ के लिए काम करना है। " यूथ विंग प्रधान ने बताया।
अरदास प्रार्थना में भारी संख्या में संगत और पार्टी कार्यकर्ताओ ने शामिल होकर एक अच्छे काम की शुरुआत की खातिर मत्था झुकाया।
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