हम किसानो के साथ तो है परन्तु देश दुरोहियो के साथ नही है – राष्ट्रिय सैनिक संस्था
30 नवम्बर 2020 , मुख्यालय राष्ट्रीय सैनिक संस्था , 133 बी मोडल टाउन ईस्ट , गाज़ियाबाद – आज यहाँ राष्ट्रिय सैनिक संस्था की एक राष्ट्रिय वेबिनार में देशभर के सभी सदस्य पूर्व सैनिको एवं देश भक्त नागरिको ने कहा की हम सब किसानो के बेटे है और उनके साथ हैं परन्तु हम किसानो के आन्दोलन में असामाजिक तत्वों , नागरिकता कानून के विरोधियो , कट्टर मुसलमानों और देश के विरुद्ध बात करने वाले लोगों का समर्थन नही करते , बल्कि उनका विरोध करते है |
राष्ट्रिय सैनिक संस्था के पदाधिकारी और किसान नेता मनवीर सिंह तेवतिया ने कहा की असल समस्या कृषि कानून की नहीं है बल्कि किसानो को दिए गये उधार , बिजली और प्राइवेट संस्थानों द्वारा ठेके पर ली गई किसानो की जमीं की है | इस सम्बन्ध में समस्याओं के समाधान के लिए सरकार को बताया जायेगा |
राष्ट्रिय सैनिक संस्था के राष्ट्रिय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेंद्र पाल त्यागी ने कहा की क्या देश के 27 प्रदेशो में किसान नही रहते | वो यहाँ क्यों नही आयें | यहाँ ज्यादातर आड़ती हैं , या दलाल हैं , या खालीस्तानी है , या पंजाब के वो लोग हैं जिनका कमीशन इन कृषि के कानूनो द्वारा बंद हो गया है |
राष्ट्रिय सैनिक संस्था के दिल्ली प्रदेश के संयोजक श्री राजीव जोली खोसला ने कहा की हमे तो ये विपक्षी दलों का एक षडयन्त्र लग रहा हैं | ऐसा प्रतीत होता है जैसे इन लोगों का देश में दंगा फैलाने का इरादा है
राष्ट्रिय सैनिक संस्था की राष्ट्रिय काउंसिल के वरिष्ठ सदस्य मेजर सुशिल गोयल , कलकत्ता से श्री अशोक जैन , कश्मीर से मौलाना मकबूल मलिक , मुंबई से विजय मिश्रा ने कहा की राष्ट्रिय सैनिक संस्था आवश्यकता पड़ने पर किसानो के साथ खड़ी होगी और उनमे छुपे हुए दलालों का पर्दाफास भी करेगी |
इस अवसर पर सर्वेश मित्तल , सतेंद्रा , उर्वशी वालिया , डा दयानंद तिवारी , हर्ष मोदी , मोहम्मद मकबूल मलिक , प्रतिक चौहान , चेतना सेनी , स्वाति बंसल , काजोल गौतम आदि ने भी किसानो का तो समर्थन किया परन्तु आन्दोलन के तरीके का नही |उर्वशी वालिया , प्रदेश अध्यक्ष , दिल्ली , महिला विंग , राष्ट्रिय सैनिक संस्था
Comments